NREGA Attendance: ऑनलाइन कैसे चेक करें?

नमस्कार दोस्तों जैसा कि आप सब लोग जानते हैं कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम की शुरुआत 2006 में हो गई थी, इस योजना का मकसद था कि 100 दिनों तक सभी भारत के ग्राम वासियों को रोजगार उपलब्ध कराया जाए जिससे उनकी आर्थिक सहायता हो सके, इस योजना से सरकार सभी ग्राम वासियों के लिए जॉब कार्ड सूची उपलब्ध करवाती है जिसमें भारत के सभी ग्राम वासियों का नाम होता है जिससे वह 100 दिनों तक रोजगार गारंटी का अवसर ले सकते हैं।

इस योजना में भारत की सभी ग्रामीण अपनी अटेंडेंस किस प्रकार से चेक कर सकते हैं आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से जानेंगे जैसा कि आप सभी को पता होगा कि भारत डिजिटल इंडिया की ओर बढ़ रहा है ऐसे में जो आप मनरेगा के अंतर्गत काम करती हूं उसकी जो हाजरी होती है वह घर बैठे चेक कर सकते हो कभी-कभी गांव की प्रधान मजदूरों की हाजिरी नहीं लगते हैं ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि आप किस प्रकार से अपनी हाजिरी घर बैठे अपने मोबाइल फोन से चेक कर सकते हो।

स्टेप-बाय-स्टेप गाइड: NREGA Attendance कैसे देखे

  • सबसे पहले अपने मोबाइल या कंप्यूटर के ब्राउज़र में जाइए और Google में टाइप कीजिए – NREGA Attendance
  • अब आपको मनरेगा की आधिकारिक वेबसाइट का लिंक दिखेगा, उस पर क्लिक कीजिए।
  • वेबसाइट खुलने के बाद सबसे पहले आपको अपने राज्य का चयन करना है।
  • फिर जिस तारीख की हाजिरी आप देखना चाहते हैं, उसे चुनिए।
  • अब “Show Attendance” वाले विकल्प पर क्लिक करें।
  • इसके बाद आपको अपने जिले का नाम चुनना होगा। जैसे अगर आप उत्तरकाशी से हैं तो उत्तरकाशी को सेलेक्ट करें।
  • अब अपने ब्लॉक को चुनिए। जैसे मेरा ब्लॉक “पुरोला” है, तो मैंने पुरोला चुना।
  • फिर आपको ग्राम पंचायत को सेलेक्ट करना है
  • अब आपके सामने एक नामों की लिस्ट खुल जाएगी। यहां से आप अपना नाम देख सकते हैं और यह भी पता कर सकते हैं कि आज आपकी हाजिरी लगी है या नहीं।

मनरेगा की हाजिरी देखने के फायदे:

  • आप रोजाना यह देख सकते हैं कि आपकी हाजिरी लग रही है या नहीं।
  • आपको यह भी पता चल जाएगा कि प्रधान या पंचायत द्वारा आपकी हाजिरी सही तरीके से भरी जा रही है या नहीं।
  • आप मोबाइल से भी यह जानकारी घर बैठे देख सकते हैं।
  • इससे पारदर्शिता बनी रहती है और किसी भी गड़बड़ी की संभावना कम हो जाती है।

NREGA Attendance लिस्ट की मुख्य बातें (संक्षेप में):

मुख्य बिंदुविवरण
योजना का नाममहात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा)
शुरू करने वाली संस्थाभारत सरकार
शुरुआत की तारीख2 फरवरी, 2006
घोषणा करने वालेभारत के प्रधानमंत्री
उद्देश्यग्रामीण नागरिकों को रोजगार के अवसर देना
लाभार्थीभारत के सभी ग्रामीण नागरिक
मुख्य लाभार्थीग्रामीण बेरोजगार लोग
लाभसाल में 100 दिनों तक रोजगार की गारंटी
पात्रताउम्र 18 साल से ज्यादा और ग्रामीण क्षेत्र का निवासी होना
जरूरी दस्तावेजआधार कार्ड, बैंक खाता, मनरेगा जॉब कार्ड
आवेदन प्रक्रियाऑनलाइन
आधिकारिक वेबसाइटमनरेगा पोर्टल

नरेगा उपस्थिति ऑनलाइन देखने के फायदे

👉 पारदर्शिता में बढ़ोतरी: जब श्रमिक अपनी हाज़िरी खुद ऑनलाइन देख सकते हैं, तो पूरे सिस्टम में पारदर्शिता आती है। इससे न केवल मज़दूरों को भरोसा मिलता है, बल्कि अधिकारी भी सही जानकारी के साथ काम कर पाते हैं।

👉 मजदूरी की जानकारी आसान: ऑनलाइन उपस्थिति देखने से श्रमिक जान सकते हैं कि उन्होंने कितने दिन काम किया और उनका कितना मेहनताना बनता है। इससे उन्हें यह समझने में आसानी होती है कि उन्हें सही पैसे मिल रहे हैं या नहीं।

👉 कहीं से भी निगरानी: अब मजदूर अपनी हाज़िरी मोबाइल से या इंटरनेट के ज़रिए कभी भी और कहीं से भी देख सकते हैं। इससे बार-बार पंचायत या दफ्तर जाने की ज़रूरत नहीं पड़ती।

👉 अधिक जिम्मेदारी: अधिकारी भी अब काम की प्रगति को ऑनलाइन मॉनिटर कर सकते हैं, जिससे गड़बड़ियों की संभावना कम हो जाती है और जवाबदेही तय होती है।


नरेगा ऑनलाइन उपस्थिति की मुश्किलें और उनके हल

इंटरनेट की कमी: गांवों में आज भी कई जगह इंटरनेट नहीं पहुँच पाया है। इस कारण श्रमिकों को ऑनलाइन हाज़िरी देखने या भरने में परेशानी होती है।
सरकारी प्रयास: सरकार अब गांव-गांव डिजिटल सेवा केंद्र खोल रही है, ताकि सभी को ऑनलाइन सुविधा मिल सके।

डिजिटल ज्ञान की कमी: बहुत से मज़दूरों को स्मार्टफोन चलाना नहीं आता या पोर्टल का उपयोग करना मुश्किल लगता है।
समाधान: इसके लिए सरकारी और निजी संस्थाएं प्रशिक्षण दे रही हैं ताकि ग्रामीण लोग भी डिजिटल काम में निपुण हो सकें।

गलत जानकारी का डर: कभी-कभी हाज़िरी दर्ज करते वक्त गलतियाँ हो जाती हैं, जिससे मज़दूरी में गड़बड़ी हो सकती है।
सही तरीका: अब डाटा को वेरिफाई करने के लिए सिस्टम और सख्त बनाया जा रहा है, जिससे सटीक जानकारी ही दर्ज हो।


नरेगा में मजदूरी और हाज़िरी का तालमेल

✔ मज़दूरों की मजदूरी उनके किए गए काम और दिन के हिसाब से तय होती है।
✔ अलग-अलग राज्यों में और अलग तरह के काम के लिए मजदूरी की दर अलग हो सकती है।
✔ मजदूरी सीधी आधार से जुड़ी बैंक खातों में भेजी जाती है, जिससे भुगतान में धोखाधड़ी नहीं हो पाती।
✔ मज़दूर अपनी भुगतान की जानकारी MGNREGA की वेबसाइट पर जाकर देख सकते हैं।


निष्कर्ष

नरेगा की उपस्थिति को ऑनलाइन देखना और दर्ज करना सरकार की एक बेहद उपयोगी पहल है। इससे न केवल श्रमिकों को फायदा हुआ है, बल्कि पूरे सिस्टम में ईमानदारी और तेजी आई है। NMMS (National Mobile Monitoring System) ऐप के ज़रिए अब काम करने वाले लोग अपनी हाज़िरी मोबाइल से ही भर सकते हैं।


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

📌 MGNREGA Attendance List देखने के लिए क्या ज़रूरी है?
✅ आपको अपना जॉब कार्ड नंबर और राज्य का नाम पता होना चाहिए।

📌 नरेगा की उपस्थिति देखने के लिए कौन-सी वेबसाइट है?
✅ आप NMMS ऐप या nrega.nic.in जैसी आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं।

📌 हाज़िरी ऑनलाइन कैसे भरें?
✅ National Mobile Monitoring System ऐप के माध्यम से उपस्थित कर्मचारी फोटो सहित अपनी हाज़िरी दर्ज कर सकते हैं।

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