आधार कार्ड पर लागू हुए 5 नए नियम! सरकार के 5 बड़े फैसले, तुरंत जान ले?

सरकार और UIDAI (भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण) ने आधार कार्ड से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं, जिनका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। इन नए नियमों का उद्देश्य आधार को अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाना है। इनमें बच्चों के आधार से लेकर KYC वेरिफिकेशन और मृत व्यक्तियों के आधार को निष्क्रिय करने तक के फैसले शामिल हैं। आइए जानते हैं आधार से जुड़े 5 अहम बदलावों के बारे में विस्तार से।

1. Aadhaar KYC के लिए अब नहीं चाहिए आधार नंबर और OTP

UIDAI जल्द ही एक नया और सुपर-सुरक्षित KYC सिस्टम लॉन्च करने की योजना बना रहा है, जिसमें आधार नंबर या ओटीपी की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस सिस्टम के तहत उपयोगकर्ता एक यूनिक कोड के ज़रिए अपनी पहचान को वेरीफाई कर पाएंगे। इसका उद्देश्य डेटा गोपनीयता और सिक्योरिटी को बढ़ाना है, ताकि आधार नंबर का मिसयूज न हो सके।

2. बच्चों का आधार कार्ड बनवाना हुआ सख्त, मां-बाप को देने होंगे 3 दस्तावेज

UIDAI ने 0 से 5 वर्ष तक के बच्चों के आधार पंजीकरण के लिए नियमों को कड़ा कर दिया है। अब बच्चों का आधार बनवाने के लिए माता-पिता को तीन प्रमुख दस्तावेज – जन्म प्रमाण पत्र, माता-पिता का आधार और पता प्रमाण देना अनिवार्य होगा। इसके पीछे उद्देश्य है कि फर्जी आधार कार्ड की संभावना को खत्म किया जा सके।

3. बच्चों के बायोमेट्रिक अपडेट अनिवार्य, नहीं तो आधार हो सकता है बंद

UIDAI ने स्पष्ट किया है कि 5 से 7 साल की उम्र में बच्चों को बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराना जरूरी होगा। यदि ऐसा नहीं किया गया तो बच्चे का आधार सस्पेंड या निष्क्रिय किया जा सकता है। अच्छी बात यह है कि यह सेवा पूरी तरह मुफ्त होगी और नजदीकी आधार केंद्र पर आसानी से उपलब्ध है।

4. एक झटके में रद्द किए गए 1.17 करोड़ आधार नंबर

UIDAI ने आधार कार्ड के मिसयूज को रोकने के लिए कड़ा कदम उठाया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, 1.17 करोड़ आधार कार्ड नंबर को रद्द किया गया है। ये सभी या तो फर्जी पहचान से जुड़े थे या डुप्लीकेट आधार पाए गए थे। UIDAI का यह फैसला देशभर में आधार प्रणाली को पारदर्शी और विश्वसनीय बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है।

5. मृत व्यक्ति का आधार नंबर होगा निष्क्रिय

UIDAI अब मृतकों के आधार कार्ड निष्क्रिय करने की प्रक्रिया भी शुरू करने जा रहा है। हर साल करीब 83 लाख मौतें होती हैं लेकिन पिछले 14 सालों में सिर्फ 1.15 करोड़ आधार निष्क्रिय किए गए हैं। इससे कई बार मृत व्यक्तियों के नाम पर योजनाओं का लाभ उठाया जाता है। UIDAI अब डिजिटल डेथ सर्टिफिकेट सिस्टम से जुड़कर यह प्रक्रिया तेज करेगा।

अन्य संबंधित बदलाव और अपडेट:

  • तत्काल रेल टिकट बुकिंग के लिए अब आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है।
  • बिहार सहित कई राज्यों में फर्जी आधार की जांच शुरू हो चुकी है, खासकर सीमावर्ती जिलों में।
  • पोस्ट ऑफिस में अब आधार बनवाना और अपडेट कराना और आसान होगा, जिसमें फीस भी तय की गई है।
  • उत्तर प्रदेश सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को देखते हुए सभी ऑटो, ई-रिक्शा और कैब ड्राइवर्स को आधार नंबर, नाम और मोबाइल नंबर वाहन पर लिखने के आदेश दिए हैं।

निष्कर्ष:

UIDAI द्वारा किए गए ये बदलाव आधार प्रणाली को और अधिक सुरक्षित, पारदर्शी और फुल-प्रूफ बनाने की दिशा में बेहद अहम हैं। अब आधार से जुड़े फर्जीवाड़े और गड़बड़ियों पर लगाम लगेगी। साथ ही, डिजिटल इंडिया के लक्ष्य को और मजबूत किया जाएगा। यदि आपका आधार पुराना है या बच्चे का अपडेट नहीं हुआ है, तो जल्द से जल्द नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर जाकर इसे अपडेट करवा लें।

अधिक जानकारी के लिए विजिट करें: https://uidai.gov.in

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